विश्व नशा मुक्ति दिवस 2025
@World drug day हर साल 26 जून को अंतर्राष्ट्रीय नशा निरोधक दिवस या विश्व ड्रग दिवस के रूप में मनाया जाता है। इसका उद्देश्य समाज में मादक पदार्थों (ड्रग्स) नशीली दवाओ के दुरुपयोग और अवैध तस्करी के खिलाफ जनजागरूकता फैलाना और लोगों को नशे से मुक्त जीवन जीने के लिए प्रेरित करना है।
इस विषय पर चर्चा करते हुए, हमें यह समझना होगा कि नशे का प्रभाव केवल व्यक्तिगत जीवन तक सीमित नहीं है। यह परिवारों, समुदायों और पूरे समाज पर गहरा असर डालता है। उदाहरण के लिए, एक व्यक्ति जो नशे की लत में है, उसके परिवार के अन्य सदस्यों को मानसिक और भावनात्मक तनाव का सामना करना पड़ सकता है। यह तब और बढ़ जाता है जब नशा करने वाला व्यक्ति अपने परिवार के लिए आर्थिक बोझ बन जाता है।
साल 2025 की थीम (Theme)

वर्ष 2025 के लिए इस दिवस की थीम- “बाधाओं को तोडना : सभी के लिए रोकथाम, उपचार और पुनर्प्राप्ति”
हर वर्ष संयुक्त राष्ट्र की ओर से इस दिवस के लिए एक विशेष थीम (विषय) निर्धारित की जाती है, जो समाज में संदेश को केंद्रित और प्रभावी बनाती है।
हर वर्ष, यह थीम हमारे समाज को नशे के खिलाफ जागरूक करने के लिए एक महत्वपूर्ण साधन के रूप में काम करती है। उदाहरण के लिए, यदि थीम ‘रोकथाम’ पर केंद्रित है, तो यह स्कूलों, कॉलेजों और समाज के विभिन्न हिस्सों में नशे से बचाव के कार्यक्रमों के लिए प्रेरणा दे सकती है। इससे न केवल जानकारी का प्रवाह होता है, बल्कि यह युवा पीढ़ी को सही दिशा में मार्गदर्शन भी करता है।
- ड्रग्स और अपराध पर संयुक्त राष्ट्र कार्यालय (UNODC) इस दिवस की गतिविधियों का संचालन करता है।
- UNODC हर वर्ष इस दिवस पर “World Drug Report” प्रकाशित करती है।
2024 की थीम: “The evidence is clear: invest in prevention”
(साक्ष्य स्पष्ट है: रोकथाम में निवेश करें)
इस वर्ष की थीम ‘बाधाओं को तोड़ना: सभी के लिए रोकथाम, उपचार और पुनर्प्राप्ति’ नशे की लत से जूझ रहे लोगों को सहायता उपलब्ध कराने की आवश्यकता पर जोर देती है। यह उन बाधाओं को पहचानने और समाप्त करने की कोशिश करती है जो लोगों को उपचार प्राप्त करने से रोकती हैं। हम देख सकते हैं कि कई बार कलंक और भेदभाव के कारण लोग मदद मांगने से कतराते हैं।
2023 का विषय: लोग पहले: कलंक और भेदभाव को रोकें, रोकथाम को मजबूत करें।
2022 का विषय: स्वास्थ्य और मानवीय संकटों में नशीली दवाओं की चुनौतियों का समाधान।
2021 का विषय: ड्रग्स पर तथ्य साझा करें। जीवन बचाएं।
2020 का विषय: बेहतर देखभाल के लिए बेहतर ज्ञान।
2019 का विषय: न्याय के लिए स्वास्थ्य। स्वास्थ्य के लिए न्याय।
2018 का विषय: पहले सुनें – बच्चों और युवाओं की बात सुनना उन्हें स्वस्थ और सुरक्षित रूप से विकसित होने में मदद करने का पहला कदम है।
इस दिवस की शुरुआत :
- संयुक्त राष्ट्र महासभा ने ,1987 में, 26 जून को अंतरराष्ट्रीय नशा मुक्ति दिवस के रूप में घोषित किया। जिससे यह दिवस हर साल 26 जून को मनाया जाता है।
- इसका उद्देश्य था मादक द्रव्यों के अवैध सेवन और व्यापार पर रोक लगाना और उनके दुष्परिणामों के प्रति वैश्विक स्तर पर जागरूकता फैलाना।
नशीली दवाओं के दुरुपयोग और अवैध तस्करी के खिलाफ अंतरराष्ट्रीय दिवस का महत्व:
अंतर्राष्ट्रीय नशा निरोधक दिवस या विश्व ड्रग दिवस का महत्व केवल नशे के खिलाफ जागरूकता बढ़ाने में नहीं है, बल्कि यह नीति निर्माताओं को भी प्रेरित करता है कि वे नशे की समस्या का समाधान करने के लिए ठोस कदम उठाएं। उदाहरण के लिए, कई देशों में इस दिन विशेष कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं, जहां नशे के दुष्प्रभावों पर चर्चा होती है और पुनर्वास में कैसे सहायता की जा सकती है, इस पर ध्यान दिया जाता है।
1. जनजागरूकता: समाज को यह बताना कि नशा न केवल व्यक्ति को, बल्कि आपके पूरे परिवार और राष्ट्र को नुकसान पहुंचाता है।
2. समाज सुधार: नशे की लत से पीड़ित लोगों को पुनर्वास सेवाएं उपलब्ध कराना और उन्हें एक स्वस्थ जीवन की ओर प्रेरित करना।
3. नीति निर्माण: सरकारों और संगठनों को नशा नियंत्रण के लिए ठोस नीति और कानून बनाने की प्रेरणा देना।
4. युवाओं पर ध्यान: युवा वर्ग में तेजी से फैलती नशे की लत पर रोक लगाने हेतु विशेष अभियान।
मादक द्रव्यों के दुष्परिणाम:
मादक द्रव्यों के दुष्परिणामों का सामना करना केवल एक व्यक्तिगत समस्या नहीं है, बल्कि यह समग्र समाज के स्वास्थ्य और कल्याण के लिए एक खतरा है। उदाहरण के लिए, नशा करने वाले व्यक्तियों में मानसिक स्वास्थ्य समस्याएं बढ़ सकती हैं, जो कि परिवार और समुदाय के लिए चुनौती बनती हैं।
- शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य पर गंभीर प्रभाव
- अपराध और हिंसा में वृद्धि
- पारिवारिक जीवन का विनाश
- सामाजिक और आर्थिक पतन
- परिवार में अनबन
क्या उपाय किए जा सकते हैं?
इन उपायों के अलावा, हमें यह भी देखना होगा कि कैसे चिकित्सा पेशेवर नशा मुक्ति में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकते हैं। वे न केवल उपचार प्रदान करते हैं, बल्कि नशा मुक्त जीवन जीने के लिए प्रेरित भी करते हैं। इसके अलावा, स्थानीय सामुदायिक केंद्र भी नशा मुक्ति के लिए महत्वपूर्ण संसाधन बन सकते हैं।

- स्कूली और कॉलेज स्तर पर जागरूकता अभियान चलाना।
- नशा मुक्ति केंद्रों की सहायता करना।
- मीडिया और सोशल मीडिया का उपयोग कर सशक्त संदेश फैलाना।
- नशा पीड़ितों को समर्थन और सहयोग देना।
निष्कर्ष:
इस आंदोलन के तहत, सभी नागरिकों को एक साथ आना चाहिए और नशे के खिलाफ एकजुट होना चाहिए। हमें यह समझना चाहिए कि एक स्वस्थ और नशा-मुक्त समाज की दिशा में कदम बढ़ाना हर एक व्यक्ति की जिम्मेदारी है।
- विश्व नशा मुक्ति दिवस न केवल एक प्रतीकात्मक दिन है, बल्कि यह एक आंदोलन है जो हमें याद दिलाता है कि एक स्वस्थ, सुरक्षित और नशा-मुक्त समाज के निर्माण में हर नागरिक की भूमिका अहम है। इसलिए, आइए हम एकजुट होकर नशे से बचें, दूसरों को बचाएं और एक नई दिशा की ओर कदम बढ़ाएं। इस दिन को मनाते हुए हमें यह भी याद रखना चाहिए कि नशा नियंत्रण के उपायों को और अधिक प्रभावी बनाने के लिए हमें निरंतर प्रयासरत रहना चाहिए।